शनिवार, 30 मार्च 2013

हम संकल्प करें

मातृभूमि का वन्दन कर हम ,मन में यह संकल्प करें !
पीड़ित श्रमित पद दलित जनों के ,संतापों को अल्प हरे!!

दीन-दुखी कितने नित इत उत ,क्षुधातुर हो भटक रहे !
दया-याचना मय हाथों को ,निर्मम हो सब झटक रहे !!
वसन-हीन को वसन देवे हम ,क्षुधातुर का उदर भरें !
दीन-हीन को गले लगा कर ,उनके सब संत्रास हरे !! मातृभूमि का .......

लूट खसोट तो मच रही हर पल ,लालच कर रहा अंधा !
अपनी रोटी सेंक-सेंक कर ,मानव कर रहा धंधा !!
धंधे को चौपट कर उनके,दर पर लगा दे ताला !
भूखे नंगें विवश जनों का,छीने जब मुंह से नवाला !!मातृभूमि का ........

प्रतिभा की अब कदर नहीं तब, कागा बन गया हंसा !
कान्हा तो आए नहीं अब जब , घर-घर आ गया कंसा !!
क्षमा दया तप त्याग भरे हम,नारी का सम्मान करें !
नीर क्षीर सम न्याय करें तब, क्यों प्रतिभा प्रस्थान करे !!3मातृभूमि का ......

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